EPFO: सीबीटी बैठक में ईपीएफ ब्याज दर बढ़ाने की सिफारिश की गई
बढ़ोतरी दर को 8.15% से बढ़ाकर 3 साल के उच्चतम स्तर 8.25% करने की सिफारिश
दिल्ली, EPFO: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के केंद्रीय न्यासी बोर्ड ने अपने कुल 29 करोड़ से अधिक ग्राहकों के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 8.25 प्रतिशत की उच्च ब्याज दर की सिफारिश की है, जिनमें से लगभग 6.8 करोड़ सक्रिय योगदानकर्ता ग्राहक हैं, सूत्रों ने कहा। इस साल अप्रैल-मई में होने वाले संभावित आम चुनावों से पहले शनिवार को हुई सीबीटी बैठक में ईपीएफ ब्याज दर बढ़ाने की सिफारिश की गई।
यह पिछले तीन वर्षों में ईपीएफ ग्राहकों के लिए सबसे अधिक ब्याज दर
यह पिछले तीन वर्षों में ईपीएफ ग्राहकों के लिए सबसे अधिक ब्याज दर होगी। ईपीएफ ब्याज दर का पिछला उच्चतम स्तर 2019-20 में 8.5 प्रतिशत था। 2020-21 में इसे उसी स्तर पर बनाए रखा गया। 2021-22 में, सीबीटी ने ब्याज दर में कटौती करके 8.1 प्रतिशत कर दी थी, जो चार दशकों में सबसे कम थी। इसके बाद 2022-23 में इसे मामूली बढ़ाकर 8.15 प्रतिशत कर दिया गया।
ब्याज दर की सिफारिश…
परंपरा के अनुसार, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय अब ब्याज दर की सिफारिश अनुसमर्थन के लिए वित्त मंत्रालय को भेजेगा। ब्याज दर पर मंत्रालय की सहमति के बाद, ईपीएफओ ईपीएफ ग्राहकों को पिछले वित्त वर्ष के लिए ब्याज दर का श्रेय देगा।